चाकसू न्यायालय परिसर में राष्ट्रीय लोक अदालत व स्वास्थ्य शिविर आयोजित
■ अतुल्य राजस्थान @ न्यूज़...
चाकसू/जयपुर। शनिवार को कोर्ट परिसर में लगाई गई राष्ट्रीय लोक अदालत कई परिवारों के लिए खुशी का पैगाम लेकर आई।
सहायक नाजिर राकेश कुमार मीणा के अनुसार आपसी समझाइश से लोक अदालत में प्री लिटीगेशन कुल 418 प्रकरणों का निस्तारण तथा पोस्ट लिटीगेशन के 36 प्रकरण का निपटारा हुआ। इनमें पारिवारिक मामलों के साथ दुर्घटना बीमा क्लेम, बकाया लोन, घरेलू हिंसा, मारपीट और राजस्व प्रकरण शामिल हैं। वहीं 5 लाख 65 हजार 5 सौ रुपए अवार्ड राशि पारित की गईं।
एक प्रकरण में तीन वर्ष से अलग-अलग रह रहे पति-पत्नी में समझाइश कर वापस साथ रहने का निर्णय लिया गया। महानगर क्रम-34 चाकसू मजिस्ट्रेट कमल कुमार ने कहा कि कई विवाद ऐसे हैं, जिनमें आपसी समझाइश से ही निस्तारण हो सकता है। फिर लंबे चलने वाले कोर्ट केस में समय और रुपए की बर्बादी क्यों की जाए। लोक अदालत में चाकसू निवासी तीजा देवी और उसके पति टोंक निवासी हरिराम का भी प्रकरण आया। तीन वर्ष पहले दाेनों की शादी हुई थी। विवाह के तीन साल बाद ही दोनों में मनमुटाव हो गया और दोनों अलग हो गए। बीते तीन साल से वे अलग ही रह रहे हैं। इस बीच तीजा देवी भी अपने पीहर रहने लगी और हरिराम के खिलाफ कोर्ट में केस कर दिया। लम्बे समय से कोर्ट में केस चल रहा है, लेकिन कोई बदलाव नहीं हुआ। लोक अदालत में दोनों के वकीलों को बुलाया गया। बाद में हरिराम और तीजा देवी को बिठाकर जब समझाइश की गई तो वे वापस साथ रहने को तैयार हो गए। इस पर लोक अदालत में मौजूद अन्य लोगों ने भी उन्हें बधाई दी। चाकसू बार अध्यक्ष नाथूलाल शर्मा के नेतृत्व में वकील भी मौजूद रहे। इनमें अलग-अलग प्रकरणों की सुनवाई की गई। दोनों पक्षों को आमने-सामने बिठाकर समझाइश की गई।
दूसरी तरफ जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर, चाकसू बार एसोसिएशन तथा आसरा फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में निशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर भी आयोजित किया गया।
■ अतुल्य राजस्थान @ न्यूज़...
चाकसू/जयपुर। शनिवार को कोर्ट परिसर में लगाई गई राष्ट्रीय लोक अदालत कई परिवारों के लिए खुशी का पैगाम लेकर आई।
सहायक नाजिर राकेश कुमार मीणा के अनुसार आपसी समझाइश से लोक अदालत में प्री लिटीगेशन कुल 418 प्रकरणों का निस्तारण तथा पोस्ट लिटीगेशन के 36 प्रकरण का निपटारा हुआ। इनमें पारिवारिक मामलों के साथ दुर्घटना बीमा क्लेम, बकाया लोन, घरेलू हिंसा, मारपीट और राजस्व प्रकरण शामिल हैं। वहीं 5 लाख 65 हजार 5 सौ रुपए अवार्ड राशि पारित की गईं।
एक प्रकरण में तीन वर्ष से अलग-अलग रह रहे पति-पत्नी में समझाइश कर वापस साथ रहने का निर्णय लिया गया। महानगर क्रम-34 चाकसू मजिस्ट्रेट कमल कुमार ने कहा कि कई विवाद ऐसे हैं, जिनमें आपसी समझाइश से ही निस्तारण हो सकता है। फिर लंबे चलने वाले कोर्ट केस में समय और रुपए की बर्बादी क्यों की जाए। लोक अदालत में चाकसू निवासी तीजा देवी और उसके पति टोंक निवासी हरिराम का भी प्रकरण आया। तीन वर्ष पहले दाेनों की शादी हुई थी। विवाह के तीन साल बाद ही दोनों में मनमुटाव हो गया और दोनों अलग हो गए। बीते तीन साल से वे अलग ही रह रहे हैं। इस बीच तीजा देवी भी अपने पीहर रहने लगी और हरिराम के खिलाफ कोर्ट में केस कर दिया। लम्बे समय से कोर्ट में केस चल रहा है, लेकिन कोई बदलाव नहीं हुआ। लोक अदालत में दोनों के वकीलों को बुलाया गया। बाद में हरिराम और तीजा देवी को बिठाकर जब समझाइश की गई तो वे वापस साथ रहने को तैयार हो गए। इस पर लोक अदालत में मौजूद अन्य लोगों ने भी उन्हें बधाई दी। चाकसू बार अध्यक्ष नाथूलाल शर्मा के नेतृत्व में वकील भी मौजूद रहे। इनमें अलग-अलग प्रकरणों की सुनवाई की गई। दोनों पक्षों को आमने-सामने बिठाकर समझाइश की गई।
दूसरी तरफ जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर, चाकसू बार एसोसिएशन तथा आसरा फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में निशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर भी आयोजित किया गया।
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